tag:blogger.com,1999:blog-1453424656030318113.post1959438068304582234..comments2023-03-02T18:02:38.424+05:30Comments on हिन्दी पुस्तकें Hindi Pustaken Books Kitab: आँखों में कल का सपना है - डॉ अमर ज्योति नदीमनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1453424656030318113.post-74638214770610124552012-08-10T00:24:44.986+05:302012-08-10T00:24:44.986+05:30kkAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1453424656030318113.post-3244515767204027072009-12-14T13:24:25.275+05:302009-12-14T13:24:25.275+05:30amar ji ko bahut-bahut badhai or shubh kamnayen.amar ji ko bahut-bahut badhai or shubh kamnayen.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1453424656030318113.post-31652086560317990242009-07-22T09:49:03.029+05:302009-07-22T09:49:03.029+05:30शैलश जी, पहले तो आपका बहुत-बहुत शुक्रिया इतनी अच्छ...शैलश जी, पहले तो आपका बहुत-बहुत शुक्रिया इतनी अच्छी पुस्तक चर्चा के लिए. मैंने अमर जी की यह किताब पढ़ी है, और थोड़ी-थोड़ी पढ़ती रहती हूँ बार-बार. बहुत ही इंकलाबी कलम है अमर जी की. आपने उनके खूबसूरत मत्लों की चर्चा की, मैं कुछ मनपसंद मक्ते लिख रही हूँ इस किताब से:<br />मेरे पंखों के टूटने पे ना जा <br />मेरे सपनों में चाँद-तारे हैं /<br /><br />सुख को कुतर गए हैं चूहे<br />जीवन टूटी अलमारी है /<br /><br />फिरदौसी के रस्ते चल<br />मत कबीर की बानी लिख /<br /><br />और अंत में:<br /><br />ये माना शहर के सब लोग अजनबी हैं नदीम <br />छुपा इन्हीं में तेरा हमज़बान है कोई ....<br />आपको धन्यवाद और डा. अमर ज्योति को एक सार्थक पुस्तक के प्रकाशन पर बधाई के साथ . . . शार्दुलाShardulahttps://www.blogger.com/profile/14922626343510385773noreply@blogger.com